भाव संगीत (Bhav Sangeet) क्या है?
भाव संगीत भारतीय संगीत की एक महत्वपूर्ण शाखा है, जिसमें गायन या वादन के माध्यम से भावनाओं (इमोशन्स) को व्यक्त किया जाता है। यह शास्त्रीय संगीत से अलग होते हुए भी उसमें निहित भावनाओं और सुरों का उपयोग करता है।
प्रथम वर्ष (Junior Diploma प्रथम वर्ष)
- राग: भूपाली, यमन, खमाज, काफी, बिहाग
- ताल: तीनताल, कहरवा, दादरा
- गीत प्रकार: भजन, ग़ज़ल, लोकगीत, हल्के शास्त्रीय गीत
द्वितीय वर्ष (Junior Diploma द्वितीय वर्ष)
- राग: भैरवी, बागेश्री, दरबारी कान्हड़ा, देश
- ताल: झपताल, एकताल, रूपक
- गीत प्रकार: भावपूर्ण भजन, ठुमरी, दादरा
तृतीय वर्ष (Senior Diploma प्रथम वर्ष)
- राग: तिलक कामोद, मालकौंस, मारवा, पहाड़ी
- ताल: दीपचंदी, झूमरा, धमार
- गीत प्रकार: कव्वाली, सूफी गायन, भक्तिगीत
चतुर्थ वर्ष (Senior Diploma द्वितीय वर्ष)
- राग: जयजयवंती, गौड़ सारंग, गौरी
- ताल: ध्रुपद, धमार, त्रिताल
- गीत प्रकार: भक्तिगीत, लोकसंगीत, आधुनिक हिंदी गीत